उसकी आत्मा अद्भुत रूप से संवर्धित है। स्थितियाँ का अनिश्चितता, उसे न तो चुनौती देती है। उसके अंदर ही एकमानसिकता है जो निष्ठा} से भरी ह�
तुम ही मेरे साथ हो
यह दुनिया अजीब है, परंतु जब तू मेरे साथ हो तो यह सब बेहतर लगता है। कोई पल, जब हम साथ रहते हैं, तो यादें और भी खास होती हैं। अपनापन तुम्हारा